Monday, January 3, 2011

स्वागत है मेहमान आपका

स्वागत है मेहमान आपका आज हमारे आंगन में।
आप आए तो रौशन हुई है फिजा, वरना तो थी छायी धुंधली घटा।
इस पल पर थी मेरी कब से नजर-2 आज नजरों में जो नजारा है।
स्वागत है मेहमान आपका आज हमारे आंगन में।

मन हर्षित है, अंग पुलकित है, है रोम-रोम में खुशियाली।
कहती हैं फिजाएं झूम जरा, ये अवसर फिर न आनी है।
इस पल पर थी मेरी कब से नजर-2 आज नजरों में जो नजारा है।
स्वागत है मेहमान आपका आज हमारे आंगन में।

पुष्पों ने खजाना खोला है, मधुकर पराग ले बहक रहा।
चिड़ियों की चहक में सरगम है, आज पावन में फैली मादकता।
इस पल पर थी मेरी कब से नजर-2 आज नजरों में जो नजारा है।
स्वागत है मेहमान आपका आज हमारे आंगन में।


सूरज किरणें शीतल हैं, दिन में फैली है चन्द्रप्रभा।
अम्बर ने है ओढ़ा सतरंगी, ये जाने कैसे उत्सव है।
इस पल पर थी मेरी कब से नजर-2 आज नजरों में जो नजारा है।
स्वागत है मेहमान आपका आज हमारे आंगन में।

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