
सांई के भजन में दिन गुजरे सांई के भजन में हो जाए शाम
सांई मेरा राम है, सांई मेरा श्याम, सांई के भजन में हो जाए शाम- सांई राम सांई राम ओम सांई राम-2
बन के फकीर तू रहम करे दुखियों गरीबों के दुख तू हरे
तुमसा दयालु नहीं, मेरा है पैगाम आके तेरी चरणों में मिलता आराम
आँखों में है छवि तेरी होठों पे है नाम सांई के भजन में हो जाए शाम -सांई राम सांई राम ओम सांई राम-2
जो भी तेरे दर आये खाली हाथों वो न जाएं
तेरी महिमा है सुनी तेरा गुणगान, सिरडी में सजा तेरा पावन है धाम
तेरे धाम को मैं करूं लख-लख प्रणाम सांई के भजन में हो जाए शाम -सांई राम सांई राम ओम सांई राम-2
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